दोस्तों बॉलीवुड इंडस्ट्री की लोकप्रिय अदाकाराओं में से एक रही परवीन बाबी का जन्म 4 अप्रैल 1954 के दिन हुआ था। परवीन बाबी ने अपने फिल्मी करियर में एक से बढ़कर एक फिल्में की थी। एक समय एक्ट्रेस इंडस्ट्री की हाईएस्ट पेड अदाकाराओं में से एक थीं। एक्ट्रेस अपने फिल्मी करियर के साथ-साथ पर्सनल लाइफ को लेकर भी हमेशा चर्चा में रहीं। जिस दौर में एक्ट्रेस भारतीय नारी के लुक से पहचानी जाती थीं, उस समय परवीन अपने बोल्ड और वेस्टर्न लुक से पहचानी गईं। परवीन ने जितनी तेजी से कामयाबी हासिल की उसी रफ्तार से वो गुमनामी की दुनिया में भी चली गईं। परवीन अचानक सेट से गायब हो गईं जिससे उनके अंडरवर्ल्ड से ताल्लुक होने की बात हुई।
परवीन का जन्म उनके पेरेंट्स की शादी के 14 साल बाद हुआ। महज 5 साल की उम्र में उनके पिता का निधन हो गया। अहमदाबाद से पढ़ाई पूरी करने के बाद परवीन ने मॉडलिंग शुरू की। कॉलेज के दिनों में ही बोल्ड परवीन सिगरेट पिया करती थीं। एक दिन कश लगाती हुईं परवीन पर फिल्ममेकर बीआर इशारा की नजर पड़ी और परवीन को हीरोइन बनाने की ठान ली। परवीन को 1973 की फिल्म ‘चरित्र’ मिली। फिल्म फ्लॉप थी, लेकिन परवीन को कई फिल्में मिल गईं। उन्होंने मजबूर (1974), दीवार (1975) जैसी दर्जनों हिट फिल्में दीं।
परवीन का डैनी डेंजोंगपा, महेश भट्ट, कबीर बेदी से नाम जुड़ा। उनकी मानसिक स्थिति बिगड़ गई और उन्होंने लोगों से दूरी बना ली। परवीन की स्थिति ऐसी बिगड़ी की जब उन्हें एक न्यूयॉर्क इंटरनेशनल एयरपोर्ट में पहचान साबित न करने पर पागलों के साथ बंद किया गया तो वो हंसती रहीं। आखिरी दिनों में परवीन को कई बड़े सितारों से जान का खतरा महसूस होने लगा।
परवीन बाबी का इंडस्ट्री में पहला अफेयर डैनी डेंजोंगपा से रहा। यह करीब 4 सालों तक चला। परवीन कबीर बेदी के साथ भी रिलेशन में रहीं, लेकिन ये रिश्ता ज्यादा दिनों तक नहीं चला। साल 1977 के करीब परवीन को महेश भट्ट से प्यार हुआ। महेश पहले से शादीशुदा थे और इंडस्ट्री में स्ट्रगल कर रहे थे, जबकि परवीन उस समय एक कामयाब एक्ट्रेस थीं।परवीन को पैरानॉयड सिजोफ्रेनिया नाम की लाइलाज बीमारी हो गई। उनका मानसिक संतुलन धीरे-धीरे बिगड़ने लगा। महेश अपनी पत्नी को छोड़कर परवीन के साथ घर बसाना चाहते थे, लेकिन उनकी बीमारी दोनों के रिश्ते में दरार डाल रही थी। महेश उन्हें लेकर विदेश के हर नामी डॉक्टर के पास गए, लेकिन कोई हल नहीं निकला।
साल 1984 में परवीन बाबी को न्यूयॉर्क एयरपोर्ट में पुलिस ने पकड़कर पागलखाने में बंद करवा दिया। परवीन एयरपोर्ट में अजीब बर्ताव कर रही थीं, जब सिक्योरिटी स्टाफ ने उनसे पूछताछ की तो वो अपनी पहचान नहीं बता सकीं। उन्हें हथकड़ियां पहनाकर पागलों के साथ बंद कर दिया गया। जानकारी मिलते इंडियन काउंसिल उनके पास पहुंचे तो परवीन मुस्कुरा रही थीं। मानो कुछ हुआ ही नहीं हो। साल 1988 में शान फिल्म के टाइटल सॉन्ग की शूटिंग के दौरान परवीन ने अचानक शूटिंग रुकवा दी। उन्होंने जान के खतरे के डर से सेट पर लगे झूमर के नीचे खड़े होने से इनकार कर दिया। परवीन ने को-स्टार अमिताभ बच्चन पर आरोप लगाया कि वो उनके ऊपर झूमर गिराकर जान लेना चाहते हैं। परवीन के ये संगीन आरोप सुनकर हर कोई हैरान था, लेकिन उनकी मानसिक स्थिति किसी से छिपी नहीं थी। शूटिंग रुक गई और परवीन घर चली गईं।
परवीन ने बिल क्लिंटन, प्रिंस चार्ल्स, यूएस गवर्नमेंट, बीजेपी गवर्नमेंट, अमिताभ बच्चन समेत कई नामी लोगों के खिलाफ केस फाइल किया। परवीन का कहना था कि ये लोग उनकी जान लेना चाहते हैं। कोर्ट ने सबूतों की कमी के चलते केस बंद कर दिया। परवीन को लोगों ने सिरफिरा समझना शुरू कर दिया और उनसे दूरियां बना लीं। देखते-ही-देखते परवीन महेश भट्ट पर भी शक करने लगीं। आखिरकार ये रिश्ता भी टूट गया। परवीन अपने मुंबई स्थित पेंटहाउस में अकेले रहने लगीं। उन्होंने लोगों से मिलना बंद कर दिया।
साल 1989 में एक फिल्म मैग्जीन को दिए इंटरव्यू में परवीन ने कहा, अमिताभ बच्चन सुपर इंटरनेशनल गैंगस्टर हैं। वो मेरी जान के पीछे हैं। उनके गुंडों ने मुझे किडनैप किया और एक आइलैंड में रखा, जहां उन्होंने सर्जरी कर मेरे कान के नीचे एक ट्रांसमिटेड चिप लगाई है। इस इंटरव्यू के साथ परवीन की तस्वीर आई जिसमें उनके कान के नीचे कट था। 22 जनवरी को 2005 में परवीन बाबी के पड़ोसियों ने संदिग्ध स्थिति में पुलिस को खबर की। परवीन के घर के बाहर दूध के पैकेट और न्यूजपेपर इकट्ठा हो गए थे। जब पुलिस दरवाजा तोड़कर घर में दाखिल हुई तो वहां परवीन का शव मिला। पूरा घर उलट हो चुका था और पलंग के पास रखी थी एक व्हीलचेयर।
परवीन बाबी आखिरी दिनों क्रिश्चियन धर्म अपना चुकी थीं। उन्होंने ख्वाहिश जाहिर की कि उनका अंतिम संस्कार क्रिश्चियन रीति-रिवाजों से किया जाए, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। मुस्लिम परिवार से ताल्लुक रखने वाली परवीन के परिवार ने उनके शरीर को क्लैम कर मुंबई के सांताक्रूज श्मशान घाट में दफनाया। कुछ सालों बाद जगह कम होने के कारण उनके शव को नई जगह शिफ्ट कर दिया गया।