
दोस्तों बाॅलीवुड एक्टर इरफान खान 29 अप्रैल को इस दुनिया को अलविदा कह गए थे। उनके जाने के इतने दिनों बाद भी लोग उनको याद करते रहते है। 53 साल के इरफान को अंतिम विदाई देने के लिए ज्यादा लोग नहीं पहुंचे थे। दरअसल,कोरोना वायरस और लॉकडाउन के कारण सिर्फ परिवार की मौजूदगी में उनका अंतिम संस्कार किया गया। वहीं अब इरफान के निधन के बाद उनसे जुड़ी एक खबर सामने आई है।
बता दें कि कोरोना महामारी के बीच कई स्टार्स लोगों की मदद कर रहे हैं। इसी बीच इरफान के करीबी दोस्त ने खुलासा किया है कि इस दुनिया से जाने से पहले वह कोरोना पीड़ितों के लिए दान कर गए थे। हालांकि वह नहीं चाहते थे कि इसका किसी को भी पता चले। उन्होंने अपनी तरफ से कुछ आर्थिक मदद करते हुए पैसे दान किए थे।
इरफान के जयपुर में रहने वाले करीबी दोस्त जियाउल्लाह ने बताया कोरोना वायरस की स्थिति में हम लोगों की मदद के लिए फंड इकट्ठा कर रहे थे। जब हमने उनके भाई से बात की तो इरफान भी मदद करने के लिए तैयार हो गए। यहां तक कि इरफान ने गरीब लोगों के लिए धन की मदद करते वक्त एकमात्र शर्त ये रखी थी कि किसी को पता ना चले उन्होंने मदद की है। एक परिवार के रूप में इरफान का मानना है कि दाहिने हाथ को पता नहीं होना चाहिए कि बाएं हाथ ने क्या दिया है।
उनके लिए, लोगों को राहत पहुंचाना अधिक महत्वपूर्ण था। अब वो हमारे बीच नहीं है तो यह बात शेयर कर रहा हूं। यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम सभी को बताएं कि इस तरह के भी लोग हैं। जियाउल्ला ने बताया कि इरफान ने कभी सिलेब्रिटी की तरह व्यवहार नहीं किया। वह पड़ोसियों से मिलते और बहुत अच्छे से बात करते थे। उन्होंने कभी महसूस नहीं होने दिया कि वह बड़े स्टार हैं। जियाउल्ला मे आगे बताया कि इरफान अपनी मां के काफी करीब थे। उनकी मौत के 4 दिन के अंदर इरफान का निधन हो गया था।