
दोस्तों बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत भले ही दुनिया से रुखसत हो चुके हों,खबर है कि आज शाम चार बजे पवन हंस में उनका अंतिम संस्कार मुंबई में किया जाएगा। इसे ध्यान में रखते हुए मुंबई पुलिस श्मशान घाट में सुरक्षा के बंदोबस्त में जुट गई है। लेकिन उनके बचपन के दोस्तों को अब भी उनके बचपन की बातें याद हैं।
बता दे की सुशांत सिंह का बचपन पटना में गुजरा था। राजीव नगर के रहने वाले सुशांत बचपन से ही क्रिकेट के दीवाने थे। वे दोस्तों के साथ सड़कों पर भी क्रिकेट खेला करते थे। सुशांत की शुरुआती पढ़ाई पटना के सेंट कैरेंस हाईस्कूल स्कूल में हुई थी। इसके बाद वह दिल्ली चले गए। डेल्ही कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से उन्होंने मैकेनिल इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की। सुशांत की 4 बहनें भी हैं। पटना स्थित घर में सुशांत के पिता कृष्ण कुमार सिंह अकेले हैं। उनकी और घर की देखभाल करने वाली केयरटेकर लक्ष्मी बताती हैं कि सुशांत उन्हें ‘दीदी’ कहकर पुकारते थे। लक्ष्मी बताती हैं, “बाबू (सुशांत) करीब हर रोज अपने पिताजी से बात करता था। दो दिन पहले ही वह बोला था कि दीदी, कोरोना से बचकर रहिएगा।”
उन्होंने कहा, “सुशांत ने कुछ ही दिन पहले कहा था कि इस बार वह पटना आएगा तो पिताजी को ले जाएगा और फिर कहीं किसी पहाड़ी पर घूमने ले जाएगा। लेकिन बाबू तो नहीं आया, उसकी जगह यह मनहूस खबर आ गई।” लक्ष्मी ने बताया कि सुशांत की बड़ी बहन चंडीगढ़ में रहती हैं, जो पटना के लिए रवाना हो रही हैं। आसपास के लेागों को भी सुशांत से कभी कोई शिकायत नहीं रही। आसपास के लोग कहते हैं कि एक साल पहले भी जब वह यहां आए थे तो उनमें स्टार बन जाने को लेकर अहंकार नजर नहीं आता था।
सुशांत के निधन की खबर सुनकर उनके पटना स्थित आवास पहुंचीं पूर्व सांसद लवली आनंद ने कहा कि सुशांत आत्महत्या करने जैसा कदम उठाने वाला लड़का नहीं था। वह तो दूसरों को ‘मोटिवेट’ करने वाला लड़का था। सुशांत सिंह का पैतृक आवास पूर्णिया जिले के बड़हरा कोठी में है। पटना के राजीव नगर में रहकर उन्होंने पढ़ाई की थी। सुशांत ने अपने करियर की शुरुआत टीवी एक्टर के तौर पर की थी।