
टीम इंडिया के ऑलराउंडर रविन्द्र जडेजा जाने माने खिलाड़ियों में से एक है, जडेजा ने काफी संघर्ष के बाद मुकाम हासिल किया है, जडेजा क्रिकेट फैंस के दिल में खास स्थान रखते हैं, रविन्द्र जडेजा का पूरा नाम रविन्द्र अनिरुद्ध सिंह जडेजा है, उनका बचपन काफी संघर्षो में बिता है, बचपन में जडेजा के घर की माली हालत ठीक नहीं थी, लेकिन अपनी मेहनत और अटूट विश्वास के दम पर अपनी ऐसी पहचान बनाई की जिसे देश के प्रधानमंत्री भी सर कहकर संबोधित करते हैं।
बता दे की क्रिकेटर जडेजा के पिता अनिरुद्ध एक निजी कंपनी में गार्ड की नौकरी करते थे, वो बेटे को आर्मी अफसर बनाना चाहते थे लेकिन जुडेजा का झुकाब बचपन से ही क्रिकेट की ओर था, उनकी मां लता भी चाहती थी कि बेटा आगे चल कर एक बड़ा क्रिकेटर बने। लेकिन पिता की इतनी आमदनी नहीं थी कि वो खुलकर क्रिकेट खेल सके, या इसमें आगे जाने के बारे में सोच भी सके, फिर भी तमाम मुश्किलों के बाद भी उन्होने क्रिकेट खेलना जारी रखा।
बता दे की जडेजा साल 2002 में पहली बार सौराष्ट्र की ओर से अंडर-14 में चुना गया, जहां उन्होने शानदार प्रदर्शन किया, महाराष्ट्र के खिलाफ उन्होने 87 रन बनाये और 4 विकेट भी लिये उनके बेहतरीन खेल की वजह से उन्हें अंडर 19 में मौका मिला, जहां उन्होने करियर का पहला शतक लगाया। मां लता का सपना था कि बेटा बड़ा क्रिकेटर बने, लेकिन बेटे को स्टार बनने से पहले ही मां एक दुनिया से चल सकी, तब जड्डू 17 साल के थे, वो मां के गुजर जाने से इतने व्यथित थे कि उन्होने क्रिकेट तक छोड़ने का मन बना लिया था, लेकिन उनकी बड़ी बहन ने उन्हें संभाला और आगे खेलने के लिये प्रेरित किया।
दिसंबर 2005 में अंडर 19 विश्वकप के लिये टीम इंडिया में उनका चयन हुआ, उन्होने अपने चयन को सही साबित करते हुए ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 4 और पाक के खिलाफ 3 विकेट लेकर जबरदस्त परफॉरमेंस दी, साल 2008 के अंडर 19 विश्वकप में जडेजा ने 10 विकेट ले कर चयन कर्तायो का का ध्यान खींचा, विराट कोहली की कप्तानी में टीम ने विश्वकप भी जीता। फिर साल 2009 जडेजा के लिये अपनी मां के सपनों को पूरा करने का साल था, उन्हें टीम इंडिया के लिये खेलने का मौका मिला, फिर 2012 में टेस्ट डेब्यू किया।
जडेजा तेजी से करियर में आगे बढ रहे थे, वो घरेलू क्रिकेट में तीन ट्रिपल सेंचुरी लगाने वाले भारत के पहले बल्लेबाज हैं, उनके इसी रिकॉर्ड के बाद धोनी उन्हें सर कहकर बुलाने लगे, उनकी बड़ी बहन ने एक इंटरव्यू में कहा था कि जडेजा बहुत शर्मीले हैं, जब धोनी और दूसरे लोग उन्हें सर कहते हैं, तो वो असहज हो जाते हैं। 12 फरवरी 2015 को पीएम मोदी ने भी उन्हें सर कहकर संबोधित किया था, एक ट्वीट में उन्होने लिखा था, सर जडेजा आपका फैन कौन नहीं है।