इस अभिनेत्री को हो गया था शादीशुदा निर्देशक से प्यार, आज तक नहीं बन पाईं दुल्हन!

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दोस्तों बॉलीवुड फिल्म जगत की दिग्गज अभिनेत्री आशा पारेख ने फ़िल्मों की एक लम्बी पारी खेली है। कई कामयाब फ़िल्मों की हीरोइन रहीं आशा ने उम्रभर अकेले रहने का फ़ैसला किया था। बता दे की आशा पारेख 77 साल की उम्र में भी सिंगल हैं। वह कहती हैं कि उन्हें शादी नहीं करने का कोई मलाल नहीं है। वह सिंगल भी बहुत खुश हैं।

70 के दशक की इस एक्ट्रेस का सिल्वर स्क्रीन पर दबदबा अभी भी कायम है। वह अभी भी कई लोगों की पसंदीदा एक्ट्रेस हैं।  ‘कटी पतंग’, ‘तीसरी मंजिल’, ‘दिल दे के देखों’, ‘घूंघट’, ‘छैया’ और ‘मेरी सूरत तेरी आंखे’ जैसी 80 से ज्यादा फिल्में आशा पारेख ने की हैं।

आशा ने एक इंटरव्यू में बताया है कि वह जिस इंसान से प्यार करती थी वे पहले से ही शादीशुदा थे। आगे उन्होंने ये भी कहा कि इसलिए उन्होंने अकेले रहने का सोचा क्योंकि वह किसी और का घर तोड़कर अपना खुद का घर नहीं बसाना चाहती थी। बता दें आशा निर्देशक नारिस हुसैन से प्यार करती थीं। नारिस हुसैन के साथ प्रेम कहानी का जिक्र आशा पारेख ने अपनी बायोग्राफी द हिट गर्ल में भी किया है।

आशा पारेख और नासिर ने ‘दिल देके देखो में’ साथ काम किया और जीवन के अंतिम वर्ष के दौरान उन्होंने नासिर हुसैन को नहीं देखा। बता दे की एक इंटरव्यू में आशा ने कहा, “जितना मैं उनसे (नासिर हुसैन) से प्यार करती थी, मैं कभी भी उनके परिवार को तोड़ने और उनके बच्चों को दुख पहुंचाने का सोच भी नहीं सकती थी। यही बात अपने आप में सरल और संतोषजनक थी।”

आशा ने बताया कि कठिन वक्त में उन्हें दोस्तों का भरपूर साथ मिला। कुछ एक्ट्रेस दोस्त हैं, जिन्होंने कभी उन्हें अकेलापन महसूस नहीं होने दिया। मेरे अच्छे दोस्त हैं इसलिए अवसाद से मुकाबला कर सकी और अपनी पवित्रता को बनाए रखी।  शम्मीजी (नरगिस रबाड़ी) का पिछले साल निधन हो गया वे हमेशा मेरे साथ थीं।” बता दे की 1959 में आशा को बतौर हीरोइन नासिर हुसैन ने अपनी फ़िल्म दिल देके देखो में ब्रेक दिया, जिसमें शम्मी कपूर लीड रोल में थे। इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा।

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