दोस्तों बॉलिवुड सुपरस्टार शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान के ड्रग्स केस में धीरे-धीरे बहुत सी बातों का खुलासा हो रहा है। केस के एक गवाह का प्रभाकर सैल ने कई सनसनीखेज बातें कहीं। प्रभाकर सैल के शपथ पत्र में एक सैम डिसूजा नाम के व्यक्ति का जिक्र किया गया है। सैम डिसूजा ने एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में दावा किया है कि शाहरुख की मैनेजर पूजा ददलानी ने आर्यन को गिरफ्तारी से बचाने के लिए मोटी रकम ऑफर की थी।
सैम का दावा है कि पूजा ने जब यह मोटी रकम दी थी तो सोचा था कि वह आर्यन को बचा लेंगी मगर जब ऐसा संभव नहीं दिखा तो यह रकम उन्हें वापस लौटा दी गई थी। पेशे से बिजनसमैन सैम डिसूजा का दावा है कि पूजा ददलानी ने केस के गवाह केपी गोसावी को 50 लाख रुपये की रकम थी। सैम ने बताया कि जब उसे पता चला कि गोसावी एक धोखेबाज है तो यह रकम वापस पूजा को लौटा दी गई।
प्रभाकर सैल ने अपने शपथ पत्र में कहा है कि 3 अक्टूबर की सुबह केपी गोसावी, पूजा ददलानी और सैम डिसूजा की मुलाकात हुई थी। एक व्यक्ति कार में आया और उसने प्रभाकर सैल को 2 बैग दिए जिन्हें वह सैम डिसूजा के पास ट्राइडेंट होटल में लेकर गया। इसके बाद डिसूजा ने उन बैगों में रखे पैसों को गिना तो वह केवल 38 लाख रुपये थे। प्रभाकर ने यह भी दावा किया है कि उसने गोसावी की बातचीत सुनी थी जिसमें वह 25 करोड़ रुपये मांग रहा था और इनमे से 8 करोड़ रुपये एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े को दिए जाने थे।
सैम डिसूजा ने अपने टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा, ‘काफी गाली-गलौज और दवाब बनाने के बाद हम लोगों को गोसावी से 38 लाख रुपये मिल गए। बाकी की रकम हम लोगों ने मिलाई और पूजा ददलानी को वापस कर दी क्योंकि हमें पता चल चुका था कि केपी गोसावी एक धोखेबाज आदमी है।’