दोस्तों अपने ज़माने के पॉपुलर अभिनेता रहे अभिनेता जितेंद्र ने एक अहम खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि कैसे करवा चौथ व्रत ने उनकी जिंदगी बचाई। द कपिल शर्मा शो में अपनी बेटी एकता कपूर के साथ पहुंचे जितेंद्र ने बताया कि कैसे एक बार वह मौत के मुंह से बाल-बाल बचे थे। जितेंद्र ने कहा कि उनके उड़ान में देरी हो गई थी जिस कारण वह मरते-मरते बचे। उन्होंने यह किस्सा साझा करते हुए कहा कि उन्हें उस वक्त चेन्नई के लिए एक फ्लाइट में होना चाहिए था, लेकिन उनकी पत्नी शोभा कपूर के आग्रह पर उन्होंने यात्रा में देरी कर दी। बाद में उन्होंने उस विमान से आग की लपटों को आते हुए देखा।
जितेंद्र ने कहा कि उन्हें डी रामानायडू द्वारा निर्मित एक फिल्म की शूटिंग के लिए चेन्नई जाना था। पत्नी शोभा उनकी यात्रा में देरी की कोशिश कर रही थी, क्योंकि उस दिन करवा चौथ का व्रत था। उन्होंने कहा कि मैं शोभा को मना रहा था कि मुझे जाना है। फ्लाइट शाम के 7 बजे थी, पर जब जितेंद्र एयरपोर्ट पहुंचे तो पता चला कि फ्लाइट लेट हो रही है। उन्होंने बताया, मैंने फिर घर पर शोभा को फोन किया और कहा कि फ्लाइट लेट है। 8.30- 9 बजे तक जाएगी। जितेंद्र ने कहा, मैंने पत्नी से पूछा, चांद निकला रहा है कि नहीं निकल रहा है, देख लो.. खतम कर लेते हैं किस्सा।
जितेंद्र ने कहा कि जब फ्लाइट लेट हुई तो मैंने पत्नी को फोन किया और कहा कि मैं चांद निकलने पर घर आ सकता हूं ताकि व्रत पूरा हो सके। जब जितेंद्र घर पहुंचे, तो शोभा ने उन्हें फिर से जाने नहीं दिया, क्योंकि अभी तक चांद दिखाई नहीं दे रहा था। वह उस वक्त बांद्रा के पाली हिल में रुके थे और उन्हें अपने घर से मुंबई एयरपोर्ट दिखाई दे रहा था।
जितेंद्र ने कहा, मैंने अपनी बालकनी से देखा कि एक आग का गोला ऐसे जा रहा है। यह हवाई अड्डे की ओर गया और एक आवाज के साथ विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। उन्होंने कहा, कुछ घंटों के बाद उनके पास फोन कॉल्स की बाढ़ आ गई। उन्होंने कहा, इस त्रासदी में उन्होंने अपने एक सह-कलाकार को खो दिया था। यह उस वक्त की घटना है जब 1976 में इंडियन एयरलाइंस की फ्लाइट क्रैश हो गई थी और 171 की जान चले गई थी।