मेरठ के सरूरपुर थाना क्षेत्र के करनावल निवासी हिमांशु उर्फ गौरव चौधरी की हत्या थप्पड़ का बदला लेने के लिए की गई थी। दोस्त ने ही अन्य साथियों के साथ मिलकर हत्याकांड को अंजाम दिया था और उसके शव, बाइक व मोबाइल को नारंगपुर के पास नाले में फेंक दिया था। पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार करते हुए इसका खुलासा किया। पुलिस ने चारों आरोपियों को बुधवार को जेल भेज दिया।
एसपी देहात केशव कुमार ने बताया कि सरूरपुर थाना क्षेत्र के कस्बा करनावल निवासी हिमांशु उर्फ गौरव चौधरी (30 वर्ष) पुत्र शैलेश चौधरी मोदीनगर में रहता था। दोस्त अंकित ने हिमांशु से 35 हजार रुपये उधार लिए थे। अंकित ने पैसे नहीं दिए तो हिमांशु ने उसे थप्पड़ मार दिया था। अंकित ने थप्पड़ मारने की बात अपने दोस्त कपिल, विराट उर्फ विनीत, आकाश व अंकुश को बताई। अंकित ने दोस्त को बताया कि हिमांशु, विराट का अपहरण करना चाहता है। क्योंकि विराट के पिता की हत्या के बाद समझौते में मिले 10 लाख रुपये वसूल सके।
अंकित ने दोस्तों के साथ हिमांशु को मारने की योजना बनाई। पुलिस ने 50 दिन बाद मामले का खुलासा करते हुए विनीत उर्फ विराट, आकाश, कपिल, अंकित निवासी करनावल को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। जबकि अंकुश अभी फरार है। 26 जुलाई को हिमांशु मोदीनगर से अपने घर करनावल आ रहा था। करनावल कस्बे के बाहर ही अंकित अपने साथी विराट, आकाश, कपिल और अंकुश के साथ इंतजार कर रहा था। रात के आठ बजे हिमांशु अपनी बुलेट से पहुंचा। उन्होंने उसे रोक लिया और सतीश की ट्यूबवेल पर ले गए।
हिमांशु को कोल्डड्रिंक पिलाने और समोसा खिलाने के बाद सभी ने उसकी पिटाई की। गला घोंटकर गन्ने के खेत में फेंक दिया। मरा समझकर वह उसे बाइक पर लेकर नारंगपुर नाले के पास पहुंचे। वहां विराट ने उसके सीने में कई बार चाकू घोंपा और उसके शव, बाइक व मोबाइल को नाले में फेंक दिया। थाना प्रभारी दिनेश प्रताप सिंह ने बताया कि नारंगपुर के नाले से मृतक की बाइक को बरामद कर लिया है। फरार आरोपी की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है।