दोस्तों बॉलीवुड की दिव्यगत अभिनेत्री श्रीदेवी आज हमारे बीच नहीं है लेकिन आज भी उनकी फिल्मे और उनसे जुड़े किस्से लोगो के दिलो में बसे हुए है, ऐसा ही एक किस्सा बॉलीवुड के शहंशाह अमिताभ बच्चन और दिवंगत दिग्गज अभिनेत्री श्रीदेवी से। इसी किस्से की पृष्ठभूमि के बाद बॉलीवुड में एक ऐसी फिल्म बनी, जो सुपरहिट साबित हुई और उस जमाने में सबसे ज्यादा कमाई की। यह वह वक्त था, जब श्रीदेवी सुपरस्टार थीं और उन्हें फिल्म इंडस्ट्री की फीमेल अमिताभ बच्चन बुलाया जाने लगा था। उनके रहने भर से ही फिल्म हिट हो जाती थी।
हिंदी फिल्मों में उनके अभिनय की शुरुआत 9 साल की उम्र में हुई। 1972 में आई रानी मेरा नाम वो हिंदी फिल्म थी जिसमें श्रीदेवी ने सबसे पहले काम किया था। इसके बाद इंडस्ट्री में उन्होंने जूली, सोला सावन और हिम्मतवाला फिल्म की। उन्हें सबसे ज्यादा लोकप्रियता हिम्मतवाला फिल्म से मिली और वो रातों-रात स्टार बन गईं। इसके बाद फिल्म चांदनी ने श्रीदेवी को बॉलीवुड के सबसे मशहूर कलाकारों में शामिल कर दिया। इस फिल्म में ऋषि कपूर और विनोद खन्ना साइड किरदार निभा रहे थे। मुख्य किरदार में श्रीदेवी थीं। यह फिल्म अपने जमाने की सुपरहिट साबित हुई और तभी से श्रीदेवी को फीमेल अमिताभ बच्चन कहा जाने लगा। वहीं, श्रीदेवी ने अमिताभ के साथ काम करना बंद कर दिया था। उनका मानना था कि जिस फिल्म में अमिताभ हों, उसमें दूसरे कलाकारों के पास करने के लिए क्या रह जाता है।
जब मुकुल आनंद अमिताभ बच्चन के पास फिल्म ‘खुदा गवाह’ की स्क्रिप्ट लेकर पहुंचे, तो अमिताभ ने कहा कि वह चाहते हैं कि इस फिल्म की हीरोइन श्रीदेवी हों। इससे पहले श्रीदेवी और अमिताभ बच्चन इंकलाब और आखिरी रिश्ता फिल्म में साथ काम कर चुके थे। अमिताभ को यह पता था कि श्रीदेवी उनके साथ काम नहीं करेंगी। ऐसे में उनको ऐसा कुछ करना था जिसकी वजह से वो श्रीदेवी को अपने साथ फिल्म में काम करने के लिए मना सकें।
ऐसे में अमिताभ बच्चन ने इसका एक हल निकाला। उस वक्त श्रीदेवी, फिरोज खान के साथ एक गाने की शूटिंग कर रहीं थीं। अमिताभ ने उस लोकेशन पर गुलाबों से भरा एक ट्रक भिजवाया। श्रीदेवी को पास बुलाकर ट्रक खाली कर दिया गया। इस तरह अमिताभ की यह तरकीब काम कर गई और श्रीदेवी उनके साथ फिल्म करने के लिए मान गईं। हालांकि, उन्होंने एक शर्त भी रखी।जो थी कि वो इस फिल्म में डबल रोल करेंगी। श्रीदेवी इस फिल्म में मां और बेटी दोनों का किरदार निभाना चाहती थी। इस तरह वो पहली हीरोइन थी जिन्होंने अमिताभ की फिल्म में डबल रोल किया।
अमिताभ बच्चन ने 1969 में आई फिल्म सात हिंदुस्तानी से एक्टिंग करियर की शुरुआत की थी। यह वह दौर था जब श्रीदेवी के साथ हर कोई काम करना चाहता था और ऐसे में अमिताभ भी चाहते थे कि वो उनके साथ काम करें। इस तरह खुदा गवाह फिल्म बनी। खुदा गवाह साल 1962 में रिलीज हुई। इस फिल्म में डैनी भी थे। फिल्म का संगीत लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल ने रचा था। यह श्रीदेवी और बच्चन की एक साथ तीसरी फिल्म थी। फिल्म में अफगानिस्तान का बादशाह खान बेनजीर के पिता के हत्यारे को खोजने के लिए भारत यात्रा करता है, ताकि वह उसे प्रभावित कर सके। वह सफल होता है लेकिन जल्द ही खुद को एक हत्या का दोषी पाता है और भारतीय जेल में फंस जाता है। इस फिल्म को रिलीज होने के बाद काफी प्रशंसा मिली और यह सुपरहिट साबित हुई।