दोस्तों वैदिक ज्योतिष शास्त्र में मंगल को क्रूर ग्रह माना गया है। मंगल 17 अगस्त 2021 से 29 नवंबर 2021 तक अस्त रहेंगे। अस्त अवस्था में ही मंगल का 6 सितंबर 2021 को सिंह से कन्या राशि में गोचर होगा। इसके बाद वह 22 अक्टूबर को तुला राशि में प्रवेश कर जाएंगे। मंगल ग्रह को साहस और पराक्रम का कारक माना जाता है। जानिए मंगल ग्रह का अस्त होना किन राशि वालों के लिए लेकर आएगा चुनौतियां।
मंगल के अस्त होने का अर्थ
गोचर के वक्त जब कोई ग्रह सूर्य के निकट से गुजरता है तो वह सूर्य के प्रभाव से अस्त हो जाता है। इसी प्रकार जब मंगल ग्रह का गोचर होता है और वह सूर्य के समीप आ जाता है तो वह अस्त हो जाता है। जिनकी कुंडली में मंगल ग्रह बलवान हैं उनके लिए मंगल का अस्त होना बहुत अच्छा नहीं माना जा सकता, इसलिए ऐसे लोगों को मंगल से जुड़े उपाय मंगल की अस्त अवस्था के दौरान करने चाहिए। मंगल के अस्त होने के कारण कई लोगों की नेतृत्व क्षमता पर भी बुरा असर पड़ सकता है। कई लोगों के साथ कुछ प्रतिकूल घटनाएं भी इस दौरान हो सकती हैं। ऐसे में आइए जानते हैं कि मंगल का अस्त होना राशिचक्र की किन-किन राशियों के लिए प्रतिकूल प्रभाव देने वाला हो सकता है।
मेष राशि पर मंगल के अस्त होने के प्रभाव
मेष राशि के स्वामी मंगल ग्रह हैं। मंगल ग्रह के अस्त होने से आपके जीवन में मुश्किलें आ सकती हैं। अपनी बात दूसरों के सामने रखने पर आपको परेशानी हो सकती है। आत्म विश्वास कमजोर हो सकता है। किसी भी काम को शुरू करने से पहले बड़ों की राय अवश्य लें।
सिंह राशि पर मंगल के अस्त होने के प्रभाव
मंगल ग्रह सिंह राशि में ही विराजमान हैं। यह 17 अगस्त 2021 को इसी राशि में रहते हुए अस्त अवस्था में जाएंगे। इस दौरान आपको जीवन में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि आप परेशानियों का सामना अच्छे तरीके से करेंगे। अस्त मंगल का बहुत ज्यादा प्रतिकूल प्रभाव आप पर देखने को नहीं मिलेगा।
कन्या राशि पर मंगल के अस्त होने के प्रभाव
17 अगस्त को मंगल आपकी राशि से द्वादश भाव में अस्त होंगे और अस्त अवस्था में ही आपकी राशि में सितंबर में आ जाएंगे जिसकी वजह से आपके साहस-पराक्रम में कमी देखने को मिल सकती है। इस दौरान आपको जोखिम भरे कार्यों को करने से बचना चाहिए नहीं तो आपको नुकसान उठाना पड़ सकता है। लेन-देन के मामलों को लेकर आपको बहुत अधिक सतर्क होने की सलाह दी जाती है। जो लोग विदेश से जुड़ा व्यापार करते हैं उनको सोच समझकर कोई फैसला इस दौरान लेना चाहिए।
वृश्चिक राशि पर मंगल के अस्त होने के प्रभाव
मेष राशि के साथ वृश्चिक राशि के स्वामी भी सूर्य हैं। मंगल अस्त के दौरान जीवन में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। वाद-विवाद से बचें। समाज में आपकी मान-प्रतिष्ठा को चोट लग सकती है। वृश्चिक राशि के लोगों को कार्यक्षेत्र में संभलकर रहने की जरूरत है।
कुंभ राशि पर मंगल के अस्त होने के प्रभाव
मंगल के अस्त होने से आपके वैवाहिक जीवन में कुछ कठिनाइयां आ सकती हैं। इस दौरान आपको अपने जीवनसाथी के साथ वाद-विवाद में उलझने से बचना चाहिए। जितना हो सके बातों के जरिए मुद्दों का हल निकालने की कोशिश करें। जो लोग साझेदारी में व्यवसाय कर रहे हैं उनको भी अपने पार्टनर के साथ स्पष्टता के साथ बातचीत करके कारोबार को आगे बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए।
तुला राशि पर मंगल के अस्त होने के प्रभाव
मंगल के अस्त होने से अक्टूबर से नवंबर के बीच तुला राशि के लोगों को भी वैवाहिक जीवन में कठिनाई हो सकती है। रक्त संबंधी रोग और चोट लगने का भय रहेगा। इस दौरान आपको किसी यात्रा पर जाने से पहले आवश्यक सावधानियां रखने की जरूरत है और आपको इस दौरान वाहन धीमी गति से चलाने की जरूरत है।