अभिषेक -ऐश्वर्या की शादी का कार्ड लौटाया शत्रुघ्न सिन्हा ने और कई सालो बाद सामने आई वजह!

0
149
- Advertisement -

दोस्तों बॉलीवुड उस वक्त यह शादी फ़िल्मी गलियारों में काफ़ी चर्चित रही थी। बता दें कि इस शादी को बेहद प्राइवेट रखा गया था और बॉलीवुड से कुछ चुनिंदा लोगों को ही आमंत्रित किया गया था और इस प्राइवेसी ने कहीं न कहीं कईयों को नाराज़ किया था।जिसमें बॉलीवुड सेलेब्रेटी को लेकर फ़िल्मी सितारे तक शामिल थे। अपने लाडले बेटे की शादी में सदी के महानायक अमिताभ बच्चन ने इंडस्ट्री से जुड़े कुछ लोगों और अपने खास दोस्तों को ही बुलवाया था । वहीं एक तरफ जहां कई लोगों ने इस इन्वेटेशन को स्वीकार किया, तो दिग्गज अ भिनेता शत्रुघ्न सिन्हा ने इस कार्ड को लौटा दिया था। वैसे इसको लेकर भी अलग-अलग कहानी है।

- Advertisement -

बता दें कि एक समय अमिताभ बच्चन के सबसे क़रीबी दोस्तों में शुमार होते थे शत्रुघ्न सिन्हा। जी हां अमिताभ बच्चन- शत्रुघ्न सिन्हा 70 के दशक में जिगरी दोस्त हुआ करते थे। लेकिन अमिताभ बच्चन के इकलौते बेटे की शादी में शत्रुघ्न सिन्हा मौजूद नहीं थे। वहीं इसको लेकर एक खुलासा 2010 में हुआ था और यह ख़ुलासा किसी और ने नही बल्कि अमिताभ के बेटे अभिषेक बच्चन ने स्वयं किया था।

दोनों के बीच लड़ाई इतनी बढ़ गई थी कि जब साल 2007 में अभिषेक-ऐश्वर्या की शादी हुई तो अमिताभ बच्चन ने को शादी का न्योता तक नहीं दिया। शादी के बाद अमिताभ बच्चन ने बेटे की शादी की मिठाई उनके घर भिजवाई तो उन्होंने उसे वापस लौटा दिया। शत्रुघ्न सिन्हा इस बात से खासा नाजार हुए थे और उन्होंने मीडिया में बयान दिया था, ‘मुझे न शादी के न्योता की चिंता थी, न अपेक्षा थी न ही मेरी इच्छा थी। मुझे किसी की शादी पर न जाने का शौक होता है न ही चिंता होती है। मेरा बस चलता तो मैं अपनी शादी पर भी नहीं जाता। अमिताभ बच्चन को भी चाहिए था कि मिठाई के बदले कम से कम एक फोन कर लेते।’

इस दौरान अभिषेक ने आगे बताया था कि, “एक व्यक्ति को छोड़कर, हर किसी ने उनके शादी के इस कार्ड को एक्सेप्ट किया था और कार्ड एक्सेप्ट न करने वाले व्यक्ति थे शत्रुघ्न सिन्हा।” वहीं इसी दौरान अपनी बात रखते हुए अभिषेक ने कहा था कि उन्होंने कार्ड लौटा दिया और यह ठीक है। आप सभी को खुश नहीं कर सकते। वह एक वरिष्ठ व्यक्ति हैं और उन्हें अपनी राय रखने का अधिकार है। अगर वह इसे देखने में कामयाब नहीं हुए, और इसमें कुछ गलती है, तो हमें इसके लिए खेद है। बहुत खेद है, क्योंकि हमारा इरादा किसी को चोट पहुंचाने का नहीं था।

- Advertisement -