दोस्तों स्वर कोकिला लता मंगेशकर का रविवार सुबह मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में निधन हो गया। लता मंगेशकर के निधन की खबर सामने आने के बाद से ही पूरा देश गमहीन हैं। लता जी को चाहने वालों के लिए इसे बात को मानना अभी भी मुश्किल हो रहा है। इसी बीच अब आखिरी समय में लता की इलाज कर रहे डॉक्टर ने स्वर कोकिला के अंमित पलों के बारे में बातचीत की। लता जी का इलाज कर रहे डॉक्टर प्रतीत समदानी ने बताया कि आखिरी समय पर भी लता जी के चेहरे पर मुस्कान थी।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक डॉक्टर ने बताया कि जब भी लता जी कि तबीयत बिगड़ती थी, मैं ही उनका इलाज करता था। लेकिन इस बार उनकी हालत हर दिन बिगड़ती ही जा रही थी। उन्होंने आगे कहा कि, हमने पूरी कोशिश की, लेकिन हम उन्हें बचा नहीं सके। डॉक्टर ने ये भी बताया कि जब लता मंगेशकर अस्पताल में भर्ती थीं तो वह कहती थीं कि सबका बराबर से ध्यान रखा जाना चाहिए। इतना ही नहीं इलाज के लिए जो भी करना होता वह करती थीं।’ लता जी के व्यवहार के बारे में बताते हुए डॉक्टर प्रतीत समदानी ने कहा कि मैं उनकी मुस्कान हमेशा याद रखूंगा। अपने आखिरी पल में भी लता जी के चेहरे पर सिर्फ मुस्कान थी। बीते कुछ सालों से उनकी हालत लगातार बिगड़ने की वजह से वह ज्यादा लोगों से मिल नहीं पाती थी। इस बार भगवान कुछ और ही चाह रहा था। इसलिए वह दुनिया से चली गईं।
कोरोना संक्रमित होने के बाद दिग्गज गायिका लता मंगेशकर को 8 जनवरी को अस्पताल में भर्ती किया गया था। इस दौरान कोरोना के बाद वह निमोनिया की भी चपेट में आ गई थी, जिसके बाद से वह लगातार आईसीयू में भर्ती थी। हालांकि, कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद उनकी सेहत में सुधार देखने को मिल रहा था। लेकिन फिर शनिवार को उनकी हालत नाजुक होने की खबर ने सबको चिंता में डाल दिया था। लता जी की सलामति के लिए फैंस से लेकर परिवार तक के सभी लोग दुआ कर रहे थे। कौन जानता था कि रविवार की सुबह पूरे देश में लिए दुख भरी खबर लेकर आने वाली है। और 6 फरवरी सुबह 8 बजकर 12 मिनट पर लता मंगेशकर ने दुनिया को अलविदा कह दिया।
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लता मंगेशकर की मौत की खबर सुन जहां सभी लोग स्तब्ध थे तो वहीं कई लोगों की आखों में आंसू थे। इस दुनिया से विदा ले चुकीं लता जी का पूरे राजकीय सम्मान के साथ मुंबई के शिवाजी पार्क में अंतिम संस्कार किया गया। लता मंगेशकर ने अपने 80 साल के करियर में कई मशहूर गानों को अपनी आवाज दी। आज भले ही वह हमारे बीच नहीं रहीं, लेकिन उनके सुर, उनकी आवाज हमेशा लता जी की यादें ताजा रखेगी।