दोस्तों ड्रग्स केस को लेकर आर्यन खान के मामले में एक नया खुलासा सामने आया है, जिसमें न केवल एनसीबी के काम पर उंगली उठाई गई है बल्कि शाहरुख खान की मैनेजर पूजा ददलानी के नाम का भी जिक्र किया गया है। आर्यन खान वाले इस केस में गवाह प्रभाकर सैल ने एफिडेविट के ज़रिए बताया कि गोसावी के कहने पर वह येलो गेट पहुंचे थे।प्रभाकर ने यह भी बताया है कि उन्होंने गोसावी को कहते सुना था कि 8 करोड़ समीर वानखेड़े को देने हैं। उन्होंने यह भी कहा है कि एनसीबी ने गवाह बनाकर 10 ब्लैंक पेपर पर दस्तखत ली।
आर्यन खान की गिरफ्तारी के दौरान दो अनजान शख्स की चर्चा रही। इनमें से एक किरण गोसावी हैं, जिन्हें एनसीबी ने स्वतंत्र पंच बताया था। अब प्रभाकर सैल नाम के शख्स ने अपने नोटरीकृत हलफनामे में चौंका देने वाले खुलासे किए हैं, जो सीधे-सीधे एनसीबी की साजिश को ओर इशारा करती है। हलफनामे में प्रभाकर ने पंच प्रभाकर ने दावा किया है कि वह किरण गोसावी के पास बॉडीगार्ड के रूप में काम करता था। उन्होंने यह भी कहा है कि वह क्रूज पर हुई रेड वाली रात को गोसावी के साथ था। प्रभाकर ने यह बताया है कि उसने उस रात गोसावी को सैम नाम के शख्स से एनसीबी के दफ्तर के पास मिलते देखा था, जो अब रहस्यमयी तरीके से लापता है।
उन्होंने इस हलफनामे में बताया है कि गोसावी ने उन्हें बताया था कि उनका एक्सपोर्ट का बिजनेस है और उन्हें उनके पर्सनल बॉडीगार्ड के तौर पर काम करना है और मीटिंग वगैरह में उनके साथ रहना है। इस हलफनामे में प्रभाकर ने कुल 16 पॉइंट्स में अपनी सारी बातें कही हैं। प्रभाकर ने उस घटना वाले दिन का जिक्र करते हुए कहा है, ‘एनसीबी के ऑफिस से 500 मीटर दूर केपी गोसावी ने सैम डिसूजा नाम के एक शख्स से मुलाकात की थी। दोनों के बीच करीब 5 मिनट की बातचीत हुई थी। इसके बाद दोनों एनसीबी ऑफिस के पास फिर मिले। इसके बाद सैम डिसूजा हमारे पीछे अपनी कार से आए। इसके बाद हम लोअर परेल ब्रिज के पास बिग बाजार के करीब रुके और सैम बताई हुई जगह पर रुके। जब तक हम लोअर परेल पहुंचे गोसावी फोन पर सैम से बातचीत करते रहे औऱ कहा कि तुमने 25 करोड़ का बम रख दिया है, चलो इसे 18 पर फाइनल करते हैं क्योंकि हमें 8 करोड़ समीर वानखेड़े को भी देने हैं।’
आर्यन खान मामले में नया खुलासा! इस केस में गवाह प्रभाकर सैल ने एफिडेविट के ज़रिए बताया कि गोसावी के कहने पर वो येलो गेट पहुंचे और उन्होंने गोसावी को कहते सुना कि 8 करोड़ समीर वानखेड़े को देने हैं। एनसीबी ने गवाह बनाकर 10 ब्लैंक पेपर पर दस्तखत ली, पैसों से भरे बैग का भी ज़िक्र। pic.twitter.com/r1kABT6HMo
— NBT Entertainment (@NBTEnt) October 24, 2021
प्रभाकर ने बताया है, ‘कुछ ही मिनट बाद वहां ब्लू कलर की मर्सिडीज़ आकर रुकी औऱ मैंने देखा उस कार से पूजा ददलानी बाहर आईं। सैम, गोसावी और पूजा ददलानी मर्सिडीज़ में बैठे और उनके बीच बातचीत शुरू हुई। फिर हम 15 मिनट बाद वहां से निकल गए। मैं औऱ केपी मंत्रालय पहुंचे। फिर गोसावी वाशी के लिए निकल गए और मुझसे कहा कि इनोवा कार लेकर इंडियाना होटल के पास ताड़देव सिग्नल पर पहुंचूं और 50 लाख रुपये कलेक्ट कर लूं। मैं करीब सुबह 9:45 को पहुंचा, जहां एक कार आई और पैसों से भरे दो बैग मुझे दिए। इसे लेकर मैं वाशी गोसावी के घर पहुंच गया।’
बता दें कि प्रभाकर ने रेड के समय के कुछ वीडियो भी बनाए थे और तस्वीरें खींची थी, इसमें से एक वीडियो में गोसावी को फोन पकड़े नजर आ रहे थे। उनका फोन स्पीकर पर था और वह आर्यन की किसी से बात करवाते दिखे थे।
उन्होंने अपने इस हलफनामे में यह भी बताया कि उन्हें अपनी जान को खतरा लग रहा है। उन्होंने लिखा है, ‘केपी गोसावी फिलहाल गायब हैं और अब मुझे डर है कि एनसीबी के अधिकारी या इससे जुड़े अन्य लोग मेरी जान न ले लें या केपी गोसावी की तरह मुझे गायब न कर दें। जैसा कि बड़े केस में देखा है कि गवाहों की जान अक्सर ले ली जाती है, इसलिए मैं यहां सच बता रहा हूं।’ वही समीर वानखेड़े ने प्रभाकर के इन आरोपों को लेकर कहा कि यह एफिडेविट NDPS कोर्ट में है और हम वहीं इसका जवाब भी देंगे।