दोस्तों छोटी सरदारनी के रूप में लोगों के दिलों में अपनी खास जगह बना चुकीं अभिनेत्री अनीता राज अपनी एक्टिंग के साथ-साथ फिटनेस के लिए भी पहचानी जाती हैं। हाल ही में अनीता ने ई टाइम्स संग अपना फिटनेस मंत्रा शेयर किया है। अपनी फिटनेस के साथ ही अनीता टीवी एक्सपीरियंस पर भी बात करती हैं। अनीता के अनुसार माध्यम जो भी हो, एक्टर को अपना सौ प्रतिशत देना चाहिए।
अनीता राज ने अपनी फिटनेस से कई फैंस व कलिग्स को इंस्पायर किया है। अपनी फिटनेस को लेकर सजग रहने वालीं अनीता की पूरी कोशिश होती है कि वे अपनी हेल्थ प्लान्स को लेकर किसी भी तरह का समझौता नहीं करती हैं। टीवी के बारे में अनीता कहती हैं, इसकी पहुंच ज्यादा है। खासकर लॉकडाउन के दौरान टीवी और ओटीटी जैसे माध्यम लोगों के लिए वरदान साबित हुए हैं। मेरे लिए माध्यम कभी मायने नहीं रखते हैं। मैंने कभी सिल्वर स्क्रीन और स्माल स्क्रीन जैसी कैटिगरी पर यकीन नहीं किया है।
फिटनेस फ्रीक अनीता ने बताया, वो मॉर्निंग पर्सन हैं और रोजाना बुद्धिस्ट चैंट करती हैं। उन्हें सुबह जिम और वॉक पर जाना पसंद है। फिटनेस की जब भी बात होती है, तो उनकी दीवानगी बढ़ जाती है। अनीता बताती हैं, मैं फिटनेस को लेकर पागल हूं। मैं खुद के लिए फिट रहना चाहती हूं, न कि किसी और के लिए। मैं हेल्दी माइंड और हेल्दी बॉडी वाले फिलॉसिफी पर अमल करती हूं।
अनीता आगे कहती हैं, मैं फिटनेस के लिए रोजाना वक्त निकाल लेती हूं। रोजाना साढ़े पांच बजे उठकर बुद्धिस्ट चैंट करने के बाद जिम के लिए निकल पड़ती हूं। मैं मानती हूं कि आपको अपनी बॉडी के लिए बहुत कुछ करना चाहिए। अगर वहीं मैं 9 बजे की शिफ्ट में रही, तो उससे ज्यादा खुशी वाली बात मेरे लिए नहीं होती है।मैं कोशिश यही कहती हूं कि फिटनेस में कोई ब्रेक न आए। मैंने अपनी कई वर्कआउट्स अपने को-ऐक्ट्रेसेज को भी शेयर किए हैं।
अनीता ने बताया कि फिटनेस के प्रति पैशनेट वे शादी के बाद हुई हैं। अनीता बताती हैं, शादी के पहले मेरा ध्यान कभी भी फिटनेस की ओर नहीं गया था। जबकि मेरी मां रोजाना योगा किया करती थीं। मैं तो शादी के बाद फिटनेस को लेकर सजग हुई हूं। इसका कारण यह भी है कि शादी के बाद ज्यादातर महिलाएं खुद को भूल जाती हैं। मैं वैसी कैटिगरी में शामिल नहीं होना चाहती थी। मैं तो बल्कि ऐसी महिलाओं के लिए एग्जाम्पल बनना चाहती थी। मैं चाहती थी कि महिलाएं इस बात को माने कि वे शादी के बाद भी फिट रह सकती हैं।
मैं अपने इटिंग हैबीट को लेकर काफी डिसीप्लीन हूं। हालांकि मैंने कभी किसी खाने का बहिष्कार किया है। मैं बस खाते वक्त सजग रहती हूं कि आखिर मैंने क्या खाया है। ऐसा बिलकुल भी नहीं है कि आप 2 घंटे वर्कआउट कर लें और खाने में कुछ भी डायट ले लें। आपको डिसीप्लीन लाने की जरूरत होती है। मेरे भी Cheat Day होते हैं, लेकिन उसमें भी डिसीप्लीन की जरूरत होती है।