दोस्तों बॉलीवुड अभिनेत्री रवीना टंडन के पिता और फिल्म निर्देशक रवि टंडन का शुक्रवार 11 फरवरी 2022 को निधन हो गया। वह 87 साल के थे और उन्हें उम्र संबंधी समस्याएं थीं। रवीना टंडन ने ही अपने पिता के अंतिम संस्कार के सारे रीति-रिवाज पूरे किए और उन्हें मुखाग्नि दी। इस बात की जानकारी उन्होंने एक सोशल मीडिया के जरिए दी थी और एक इमोशनल पोस्ट लिखी थी। यह रवीना के लिए काफी मुश्किल घड़ी है, अब उन्होंने अपने पिता को लेकर बेहद ही भावुक पोस्ट शेयर की है।
रवीना ने इंस्टाग्राम अकाउंट से पोस्ट शेयर करते हुए लिखा, मैं आपको अपनी बाहों में नहीं पकड़ती और आपको अपने दिल के करीब भींचती हूं, फिर भी इन चीजों को महसूस करती हूं। जब आप दुखी होते हैं, तो मुझे आपका दर्द महसूस होता है, जब आप दुखी होते हैं तो मैं आपके आंसू साझा करती हूं और जब आप हंसते हैं तो मुझमें भी खुशी होती है। आप जो कुछ भी हैं, एक बार मेरा हिस्सा थे- आपका खून, आपकी बोन्स,।
आप उस सपने का हिस्सा हो, जो मैं थी, जो अभी बाकी है। आप इस बात के प्रमाण हैं कि एक बार मैं इस धरती पर हूं, आप दुनिया के लिए मेरी विरासत हैं, सबसे कीमती जो मैं दे सकती हूं। आपके साथ तुलना करने पर सभी मूल्य कुछ भी नहीं हैं। आपके समय में कई चमत्कार होंगे। धरती के दूर के कोने एक पल की यात्रा होगी, सबसे गहरा सागर, सबसे ऊंचा पर्वत, शायद सितारे भी आपकी उंगलियों की पहुंच के भीतर होंगे और फिर भी ये सब चमत्कार आपके चमत्कार की तुलना में कुछ भी नहीं होंगे।
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आप वह कड़ी हो जो मुझे कल से जोड़ती है, उस श्रृंखला की कड़ी जो समय से लेकर समय तक फैली हुई है, जो कभी खत्म नहीं होती। जो कुछ तू अपने बच्चों को देगा, वह मुझ से आरम्भ हुआ, और जो कुछ मेरे पिता ने मुझे और उनके पीछे उनके पिता ने मुझे दिया। यद्यपि मनुष्य की स्मृति एक अस्थायी चीज है क्योंकि उसका जीवन एक क्षणभंगुर क्षण है, उसमें अमरता का एक गुण है जो सितारों की तरह स्थायी है।
क्योंकि मैं तू हूं और तू मैं हूं, और वह मनुष्य जो आदम से आरम्भ हुआ है, जीवित रहेगा अनंत काल तक। जैसा कि मैं एक बार रहती था। एक बार जब मैंने हवा में सांस ली तो आप सांस लेते हैं और मेरे पैरों के नीचे की कोमल धरती को महसूस करते हैं। एक बार तेरा जुनून मेरी रगों में दौड़ गया और तेरे ग़म मेरी आंखों से रो पड़े। रवीना टंडन ने अपने पिता के लिए लिखा की वह उन्हें याद करने वालों के दिलों में हमेशा जिंदा रहेंगे।