काली कमाई का किंग है ये अधिकारी, कभी निकाला नहीं अपना वेतन, नोएडा से बिहार तक अरबों की प्रोपर्टी!

दोस्तों खबर है कि राकेश दुबे ने करोड़ों रुपये ब्याज पर भी लगा रखा है। फुलवारीशरीफ में डीएसपी पद पर नियुक्ति के दौरान राकेश दुबे ने काफी जमीन खरीदी। सारे जमीन के दस्तावेज मिल गये हैं। आज बिहार पुलिस सेवा के 42वें बैच के आईपीएस अफसर बने राकेश दुबे के 4 ठिकानों पर गुरुवार को छापेमारी की गई। इनमें पटना के एसके पुरी और इंजीनियर नगर में मकानों और फ्लैटों के अलावा झारखंड के जसीडिह स्थित सचिंद्र रेजीडेंसी और उनके पैतृक गांव सिमरिया में छापेमारी की गई।


बालू माफिया के सहयोग से अवैध बालू खनन कर बेशुमार संपत्ति अर्जित करने वाले अधिकारियों के खिलाफ बिहार में लगातार कार्रवाई जारी है। भोजपुर के पूर्व एसपी व निलंबित आईपीएस अधिकारी राकेश दुबे के परिसरों में गुरुवार को की गई छापेमारी में 2 करोड़ 55 लाख 59 हजार 691 रुपये की आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का मामला सामने आया है। आर्थिक अपराध इकाई द्वारा जानकारी दी गई है कि निलंबित एसपी राकेश दुबे ने मित्रों और परिवार के माध्यम से काले धन को सफेद करने का प्रयास किया है।

आर्थिक अपराध इकाई के अनुसार भोजपुर के पूर्व एसपी राकेश दुबे ने पटना और देश के अन्य प्रमुख शहरों में रियल एस्टेट कंपनियों में भारी निवेश किया है। जांच टीम को पता चला है कि राकेश दुबे ने ख्याति कंस्ट्रक्शन के बैंक खाते में 25 लाख रुपये ट्रांसफर किये हैं। पटना के फुलवारीशरीफ में डीएसपी पद पर नियुक्ति के दौरान राकेश दुबे द्वारा काफी जमीन खरीदने की भी खबर है। आर्थिक अपराध इकाई की टीम को राकेश दुबे द्वारा उसकी मां और बहन के नाम चल अचल संपत्ति खरीदने की सूचना मिली है, जिसका सत्यापन अधिकारी कर रहे हैं। आर्थिक अपराध इकाई के अनुसार, आईपीएस अधिकारी ने जसीडीह में सचिंद्र रेजीडेंसी होटल के अलावा सुखरानी रेस्टोरेंट और मैरिज हॉल के निर्माण में निवेश किया है। राकेश दुबे ने अपने और अपनी पत्नी के नाम पर म्यूचुअल फंड में करीब 12 लाख रुपये का निवेश किया है।

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